मनीष कुमार/न्यूज11 भारत
मोतिहारी/डेस्क: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का अंतिम चरण जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, पूर्वी चंपारण का सियासी पारा तेजी से चढ़ता जा रहा है. जिले की 12 विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होना है, और इसी को लेकर एनडीए और महागठबंधन दोनों ही ओर से जनसभाओं की बाढ़ सी आ गई है. एनडीए की ओर से प्रचार की कमान अब खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संभाल ली है.
शनिवार को गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वी चंपारण के पिपरा विधानसभा क्षेत्र में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. मंच पर उनके साथ भाजपा, जदयू और हम पार्टी के स्थानीय व प्रदेश स्तर के नेता मौजूद रहे. अमित शाह के आने से पहले से ही सभा स्थल पर हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी थी, और उनके पहुंचते ही ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा.
लालू परिवार पर तीखा हमला
अपने संबोधन की शुरुआत में ही अमित शाह ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, “लालू परिवार ने बिहार को बहुत कुछ दिया है — घोटाला, भ्रष्टाचार, और जंगलराज. आपने देखा कि कैसे पूरे बिहार में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं बची थी. गरीबों के अधिकार छीन लिए गए थे, युवाओं का रोजगार खत्म हो गया था, और राज्य विकास से कोसों दूर चला गया था.”
उन्होंने कहा कि आज बिहार के लोग उस दौर को कभी नहीं भूल सकते जब अपराध और जातिवाद की राजनीति ने राज्य को अंधकार में धकेल दिया था.
राम मंदिर और सीता मंदिर का जिक्र
अमित शाह ने राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस और लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “राम मंदिर को कांग्रेस और लालू प्रसाद यादव ने सालों तक लटका कर रखा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वादा निभाया. उन्होंने न केवल अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन कराया बल्कि उसके भव्य निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा का कार्य भी पूरा कराया.”
इसके साथ ही उन्होंने सीतामढ़ी में बन रहे भव्य सीता मंदिर का भी जिक्र किया और कहा कि “अब भारत में माता सीता और भगवान राम दोनों के नाम से धार्मिक पर्यटन का नया युग शुरू हो रहा है. बिहार, अयोध्या और जनकपुरधाम की त्रिवेणी से देश में सनातन संस्कृति को नई ऊर्जा मिल रही है.”
पूर्वी चंपारण के विकास कार्यों पर बोले शाह
गृहमंत्री ने अपने संबोधन में पूर्वी चंपारण में केंद्र सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर भी विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पूर्वी चंपारण को विकास की नई दिशा दी है.
गृहमंत्री ने कहा, “मोदी जी ने किसानों को सम्मान निधि दी, गरीबों को पक्का घर दिया, हर घर नल का जल पहुंचाया, और हर रसोई तक मुफ्त गैस सिलेंडर पहुंचाया. आज चंपारण गांधी की धरती है, और इस धरती पर फिर से विकास की क्रांति हो रही है.”
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए की सरकार ने बिहार को विशेष पैकेज के तहत दर्जनों सड़कों, पुलों, मेडिकल कॉलेजों और औद्योगिक परियोजनाओं का तोहफा दिया है.
“11 नवंबर को कमल खिलाइए, बिहार को फिर आगे बढ़ाइए”
अंत में अमित शाह ने लोगों से एनडीए के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए कहा, “11 नवंबर को आपका एक वोट बिहार को स्थिर सरकार देगा, विकास की गति को बढ़ाएगा. मोदी जी ने जो वादे किए, वे पूरे किए हैं. अब आपकी जिम्मेदारी है कि बिहार को फिर से विकास के रास्ते पर मजबूती से खड़ा करें.”
सभा के दौरान “जय श्रीराम” और “मोदी, मोदी” के नारों से माहौल कई बार गूंज उठा. रैली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, और हजारों की भीड़ के बावजूद आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ.
पूर्वी चंपारण की 12 विधानसभा सीटों पर अब राजनीतिक मुकाबला दिलचस्प मोड़ पर है, और अमित शाह की यह सभा निश्चित रूप से एनडीए के प्रचार अभियान में नई ऊर्जा भरने का काम करती दिख रही है.
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