सुमित कुमार पाठक/न्यूज़11 भारत
पतरातु/डेस्क: पतरातू थर्मल स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में कक्षा अरुण से कक्षा पांच तक के अभिभावकों के लिए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. भारत माता, ओम् एवम सरस्वती माता के चित्र पर विद्यालय के कोषाध्यक्ष नितेश कुमार एवं प्राचार्य सुरेंद्र कुमार पाठक ने दीप प्रज्ज्वलित और पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. मंच संचालन आचार्य उदय कुमार मिश्रा ने किया. उन्होंने कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगिन विकास के लिए विद्यालय के साथ साथ माता - पिता एवं अभिभावकों की प्रत्यक्ष सहभागिता जरूरी है. आचार्या सुमन सिन्हा ने कहा कि बच्चे कभी भी माता पिता के लिए बड़े नहीं होते चाहे वे उम्र में कितने भी बड़े क्यों न हो जाये.
माता पिता को अपने बच्चों को सुविधा के साथ साथ समय भी खर्च करना चाहिए. समय का खर्च अन्य खर्चों को भी उपयोगी एवं सार्थक बनाता है. विद्यालय के अध्यक्ष नितेश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के साथ समय बिताने से उनमें एक लगाव उत्पन्न होता है. जिससे वे सही-गलत कदम उठाने से पहले कई बार सोचते हैं. प्राचार्य सुरेंद्र कुमार पाठक ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि माता पिता और आचार्यों के बीच संवाद होते रहने चाहिए. यदि बच्चा कुछ अच्छा कार्य करता है, तो माता पिता से ज्यादा खुशी आचार्यों को होती है. कोई शिकायत हो या सुझाव, माध्यम जो भी हो समय समय पर एक दूसरे से मिलना चाहिए. किसी विशेष अवसर का इंतज़ार नहीं करना चाहिए. अभिभावक गोष्ठी का उद्देश्य बच्चों का सर्वांगिन विकास है. सभा में उपस्थित अभिभावकों ने भी समिति, प्राचार्य एवं आचार्यों के समक्ष अपने अपने सुझाव को रखा. कार्यक्रम में 60 से भी अधिक संख्या में अभिभावकों ने भाग लिया. कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष नितेश कुमार, प्राचार्य सुरेंद्र कुमार पाठक, उदय कुमार, रामचरण राणा, सुमन सिन्हा, नूतन सिंह, ज्योति कुमारी सहित अन्य आचार्य एवम कर्मचारीगण उपस्थित थे