न्यूज 11,भारत
जमशेदपुर/डेस्क: बहरागोड़ा प्रखंड के भूतिया पंचायत अंतर्गत घाघरा गांव स्थित फुटबॉल मैदान में शनिवार को 76वां वन महोत्सव बड़े उत्साह और पर्यावरणीय चेतना के साथ मनाया गया. सामाजिक वानिकी प्रमंडल, आदित्यपुर, जमशेदपुर के तत्वावधान में आयोजित. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद विद्युत वरण महतो और विशिष्ट अतिथि के रूप में बहरागोड़ा विधायक समीर कुमार महंती उपस्थित रहे.
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक सांस्कृतिक स्वागत से हुई, जहां स्थानीय महिलाओं ने मांदल की थाप पर पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर अतिथियों का अभिनंदन किया. उद्घाटन समारोह दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ. उपस्थित अतिथियों को प्रतीकात्मक रूप से पौध देकर सम्मानित किया गया.
मुख्य अतिथि सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा आज शुद्ध ऑक्सीजन की कमी और जलवायु परिवर्तन गंभीर चिंता का विषय हैं, जिसके मूल में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई है. हमें हर साल अपनी 'मां' के नाम एक पौधा लगाना चाहिए – यही सच्चा पर्यावरण प्रेम और आने वाली पीढ़ियों के लिए उपहार है."उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 2030 तक वायुमंडल से दो मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड हटाने का लक्ष्य रखा है."ऐसे में वृक्षारोपण को एक जन आंदोलन का रूप देना समय की आवश्यकता है. वन महोत्सव इस दिशा में एक प्रेरणादायक और प्रशंसनीय पहल है."
विशिष्ट अतिथि विधायक समीर महंती ने अपने संबोधन में कहा: वन महोत्सव को केवल एक वार्षिक सरकारी कार्यक्रम न मानकर इसे समाजिक आंदोलन में बदलना होगा. हर नागरिक को कम-से-कम 5 पेड़ लगाने का संकल्प लेना चाहिए."
उन्होंने कहा कि "आदिवासी संस्कृति ने सदियों से प्रकृति को पूजा का स्थान दिया है, लेकिन आज जंगलों का अतिक्रमण हो रहा है, जिससे हाथियों जैसे वन्यजीव अपने प्राकृतिक आवास छोड़कर भोजन की तलाश में गांवों की ओर आ रहे हैं." "हमें प्रकृति और मानव के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए जागरूकता के साथ कार्रवाई करनी होगी."
30 हज़ार पौधों के हरित क्षेत्र का लक्ष्य:
वन प्रमंडल पदाधिकारी (जमशेदपुर) राजीव कुमार रंजन ने बताया:
घाघरा फुटबॉल मैदान परिसर में कुल 30,000 पौधों के वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. आज से इस महाअभियान की विधिवत शुरुआत की गई है. आने वाले दिनों में इस क्षेत्र को हरित क्षेत्र के रूप में विकसित करने की दिशा में तेज़ी से कार्य किया जाएगा."उन्होंने ग्रामीणों से वृक्षों की देखभाल में सक्रिय भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि "स्थानीय समुदाय की सहभागिता के बिना यह लक्ष्य अधूरा रहेगा.
कार्यक्रम का संचालन भूतिया पंचायत के मुखिया विधान चंद्र मांडी ने किया. उपस्थित जनसमूह को पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण और हरियाली बढ़ाने की सामूहिक शपथ दिलाई गई. मौके पर सामाजिक वानिकी रेंजर शशि प्रकाश, वन प्रमंडल पदाधिकारी सामाजिक वानिकी राजीव रंजन कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी चाईबासा आर.पी. सिंह, वन क्षेत्र पदाधिकारी सामाजिक वानिकी
घाटशिला प्रक्षेत्र शशि प्रकाश रंजन, सांसद प्रतिनिधि गौरव पुष्टि, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष असित मिश्रा, ग्राम प्रधान गुरुचरण सिंह, प्रखंड प्रमुख सुषमा मुर्मू सोरेन, सुरेंद्र नाथ हांसदा, चंदन सीट, पिकलू घोष, परमेश्वर हेब्रम, पंचानन मुंडा, सुरु मुर्मू, गौतम कुमार, मिथुन कर समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे. कार्यक्रम के अंत में सैकड़ों पौधों का वितरण किया गया, जिसे ग्रामीणों ने अपने घरों और खेतों में लगाने का संकल्प लिया. वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि यह वृक्षारोपण अभियान आने वाले समय में पूरे क्षेत्र में जोर-शोर से चलाया जाएगा.
हरित झारखंड की ओर एक मजबूत कदम:
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, हरियाली को बढ़ावा देना, और स्थानीय जनभागीदारी के माध्यम से 'हरित झारखंड' की परिकल्पना को साकार करना है.