प्रशांत/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: बगैर सरकारी सूचना के मध्य विद्यालय मसरातू के प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय की किताब को कबाड़ वाले को बेचने के मामले को लेकर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच टीम का रिपोर्ट सोमवार तक आने के बाद प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की जानकारी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी जवाहर प्रसाद ने दी. उन्होंने स्वयं स्कूल का निरीक्षण कर सरकारी किताब रखे एक कमरा को सील कर दिया. बताया जाता है कि कटकमदाग प्रखंड के मध्य विद्यालय मसरातू स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बिना विभागीय सुचना सरकारी किताब बेच दिया.
मामला उजागर होते ही प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी जवाहर प्रसाद ने बीआरपी, सीआरपी के साथ मसरातू स्कूल पहुंच कर पुरे मामले की जांच की. इस दौरान एक कमरे में काफी संख्या में सरकारी किताब देखकर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने प्रधानाध्यापक की जमकर डांट लगाई. उन्होंने प्रधानाध्यापक से कहा कि सरकार जब बच्चे को पढ़ने के लिए किताब मुहैया कराती है तो उसे आप बच्चों के बीच बांटकर नहीं बल्कि जमाकर रखा है जो सरकारी आदेश की अवहेलना का मामला है. उन्होंने जिस कमरा में किताब रखा है उसे विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष दशरथ रजक की उपस्थिति में सील कर दिया. बताया जाता है कि गुरुवार को कटकमदाग प्रखंड के मसरातू मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक ने कबाड़ी वालों के पास सरकारी पुस्तक बगैर विभागीय सुचना बेच दी थी. विधालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष दशरथ रजक ने कबाड़ वालों के पास पुस्तक बेचते हुए पकड़ लिया और इसकी विडियो बनाकर विभाग और मुखिया के पास वायरल कर दिया. अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि प्रधानाध्यापक बच्चों के बीच किताब का वितरण नहीं कर कबाड़ वालों के पास बेच रहे हैं जो सरकारी नियमों की अवहेलना है.