अरुण कुमार यादव/न्यूज़11 भारत
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड के बैरिया, कुशवार, विराजपुर आदि गांव के 60 ग्रामीणों ने गढ़वा उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है. ग्रामीण ने गढ़वा जिला परिषद उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव के नेतृत्व में समाहरणालय पहुंचे. जहाँ ग्रामीणों ने बताया कि विपरीत परिस्थिति में कुशवार गांव निवासी सूदखोर नंदा प्रसाद से कर्ज (ब्याज पर) पैसे लिए थे. लेकिन मूल रकम से अधिक पैसा नंदा प्रसाद द्वारा वसूल किया जा रहा है. वहीं नंदा प्रसाद की नजर मवेशियों पशुधन और हमलोगों की भूमि पर है. हमलोगों की भूमि भी हड़पने का प्रयास किया जा रहा है. धमकी व गाली-गलौज तक नंदा प्रसाद कर रहे हैं. हम सभी ग्रामीण इस मामले को लेकर रमकंडा थाना भी गए थे. मगर वहां कोई सुनवाई नहीं हुआ. कुशवार गांव निवासी श्याम देव सिंह ने आवेदन में उल्लेख किया है कि वे नंदा प्रसाद से 37 हजार रुपये कर्ज लिए थे. ब्याज सहित 65 हजार रुपये फोन पे के माध्यम से लौटा चुके हैं. बावजूद पैसों की मांग कर रहे हैं. वहीं जाति सूचक शब्द से गाली-गलौज कर रहे हैं. इधर गढ़वा जिला परिषद उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव ने कहा कि ग्रामीणों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. ग्रामीण मजूदर वर्ग के व भोले-भाले आदिवासी समाज से हैं. इनके साथ अन्याय कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आवेदन देने वालों में श्याम देव सिंह के अलावे जितन कोरवा, छठु कोरवा, विकास नायक, जाशो देवी, सत्येंद्र सिंह, अंजू देवी, ललीता देवी, विमली देवी, बबलू राम, प्रमोद राम, रविंद्र कुमार, प्रदीप नायक, ममता देवी, पतरकलिया देवी, बालमति देवी, पचु घासी, सविता देवी, दरोगा मांझी, राजेश सिंह, मनोज भुईंया आदि शामिल हैं.
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