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धनबाद/डेस्कः- आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के पेनमैन ऑडिटोरियम में शनिवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय टेक्नो-माइनिंग फेस्ट ख़नन 2025 (KHANAN’25) का भव्य शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम का आयोजन खनन अभियांत्रिकी विभाग एवं सोसाइटी ऑफ माइनिंग इंजीनियर्स (एसएमई) आईआईटी (आईएसएम) स्टूडेंट चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. उद्घाटन समारोह में देशभर के उद्योग विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और विद्यार्थियों ने भाग लिया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, खनन सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS) के महानिदेशक उज्ज्वल ताह ने अपने संबोधन में कहा कि खनन मानव सभ्यता की नींव है और यह हमेशा मानव विकास का आधार रहेगा.
> “पाषाण युग से लेकर आज के डिजिटल युग तक मानव सभ्यता का हर विकास खनन पर आधारित रहा है. मोबाइल फोन से लेकर नवीकरणीय ऊर्जा तक, हर क्षेत्र खनिजों पर निर्भर है. खनन कभी खत्म नहीं हो सकता, यह सभ्यता की धड़कन है,” उन्होंने कहा- उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि वे रोजगार तक सीमित सोच से आगे बढ़ें और नवाचार व तकनीकी दक्षता के माध्यम से भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अपनी भूमिका निभाएँ. ताह ने आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के सौ वर्षीय योगदान की सराहना करते हुए कहा कि इस संस्थान ने न केवल खनन शिक्षा बल्कि सुरक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में भी अद्वितीय पहचान बनाई है.
कार्यक्रम में हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजीव कुमार सिंह और भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मनोज कुमार अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए.
शसंजीव कुमार सिंह, जो आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के पूर्व छात्र भी हैं, ने कहा —
> “खनन देश निर्माण की नींव है. हमारे प्रधानमंत्री कई बार कह चुके हैं कि बिना खनन के कोई भी ऊर्जा, अधोसंरचना या डेटा नेटवर्क संभव नहीं. भविष्य का भारत खनिज सुरक्षा और तकनीकी नवाचार पर ही टिका होगा.”
उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे उद्योग और अकादमिक जगत के बीच साझेदारी को मजबूत करें. उन्होंने बताया कि हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित खनन तकनीक विकसित कर रहा है, जो भविष्य में उद्योग का स्वरूप बदल सकती है.
मनोज कुमार अग्रवाल, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड ने भी अपने संबोधन में कहा कि
> “आईआईटी (आईएसएम) के पूर्व छात्र के रूप में इस मंच पर लौटना मेरे लिए गर्व का क्षण है. ‘ख़नन 2025’ जैसे आयोजन छात्रों को न केवल तकनीकी ज्ञान प्रदान करते हैं बल्कि उन्हें उद्योग की बदलती जरूरतों से भी जोड़ते हैं.”
कार्यक्रम का स्वागत भाषण आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने दिया. उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे ऐसे मंचों का उपयोग तकनीकी ज्ञान, नेतृत्व कौशल और नवाचार के विकास के लिए करें.
इस अवसर पर प्रो. डी.पी. मिश्रा, संकाय सलाहकार एवं संयोजक ख़नन 2025 सहित खनन अभियांत्रिकी विभाग के कई प्राध्यापक एवं छात्र मौजूद रहे.
आगामी दो दिनों में ख़नन 2025 के तहत देशभर के 500 से अधिक विद्यार्थी माइनिंग ओलंपियाड, माइन डिज़ाइनथॉन, प्लेसमेंट फीवर, कलाकृति, वार-ओ-वर्ड्स जैसे प्रतियोगिताओं और कार्यशालाओं में भाग लेंगे.
कार्यशालाओं में माइनिंग रोबोटिक्स एवं ऑटोमेशन, खनिज बाजार एवं वैश्विक व्यापार, माइन प्लानिंग एवं डिज़ाइन, तथा सतत खनन तकनीक जैसे समसामयिक विषयों पर विशेषज्ञ विचार साझा करेंगे.
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद की गौरवशाली परंपरा और खनन शिक्षा में उत्कृष्टता को आगे बढ़ाते हुए ख़नन 2025 नवाचार, रचनात्मकता और तकनीकी उत्कृष्टता का एक जीवंत संगम साबित होगा