प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: ऐतिहासिक पलामू किला परिसर स्थित ग्राम रबदा, फुलवरिया, सतबरवा में आयोजित दो दिवसीय आदिवासी जतरा मेला के प्रथम दिन बुधवार को भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा. मेला में दूर-दराज़ के इलाकों से आए हजारों की संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे शामिल हुए.
कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय चेरो जनजातीय महासंघ के प्रधान महासचिव सह मनिका विधानसभा क्षेत्र के विधायक माननीय रामचंद्र सिंह ने की, जबकि संचालन राष्ट्रीय संयोजक अवधेश सिंह ने किया.
कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने फीता काटकर एवं अतिथियों संग सामूहिक दीप प्रज्वलन कर किया. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय चेरो जनजातीय महासंघ की मांग को स्वीकार करते हुए घोषणा की कि “आगामी वर्ष 2026 से यह जतरा मेला राजकीय मेला के रूप में आयोजित किया जाएगा." वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि पलामू किला के जीर्णोद्धार तथा औरंगा नदी पर पुल निर्माण का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा.
अपने संबोधन में विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि हम बोलते कम हैं और धरातल पर काम ज्यादा करते हैं. इसी का परिणाम है कि यह जतरा मेला अब राजकीय मेला का दर्जा पाने की ओर अग्रसर है. उन्होंने पलामू किला जीर्णोद्धार और औरंगा नदी पर पुल निर्माण जैसे मुद्दों पर अपने निरंतर प्रयासों का भी उल्लेख किया.
वहीं राष्ट्रीय चेरो जनजातीय महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व विधायक हरिराम सिंह चेरो (दुद्धी, उत्तर प्रदेश) ने अपने संबोधन में महाराजा मेदिनी राय जी को महापुरुष का दर्जा देने की मांग की.
आदिवासी धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने समाज को एकजुट रहने की अपील की. कार्यक्रम को प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन सिंह, पूर्व प्रत्याशी अजय सिंह चेरो, एवं कई अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया.
इस अवसर पर राष्ट्रीय सलाहकार भरदूल कुमार सिंह, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी हृदया सिंह चेरो, प्रदेश सचिव मृतुंजय सिंह, उपाध्यक्ष प्रेम कुमार सिंह, जिला संयोजक कामेश सिंह चेरो, लातेहार जिला अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, पाटन प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, मीडिया प्रभारी पप्पू सिंह, सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित थे.
मेला समिति के संरक्षक आशुतोष कुमार सिंह चेरो, गणेश्वर सिंह, अध्यक्ष प्रदीप सिंह, अरविंद कुमार सिंह, वेलफेयर ट्राइबल सोसाइटी के अध्यक्ष निर्मल सिंह चेरो, श्यामनंदन सिंह, त्रिपुरारी सिंह, अनिल सिंह, उमेश सिंह, विनय कुमार सिंह, गुड्डू सिंह, जमुना सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका रही.
मौके पर लाखों की संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने पारंपरिक नृत्य, गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर आनंद लिया, जिससे पूरा मेला परिसर उत्सवमय माहौल में डूब गया. जतरा मेला के दूसरे दिन भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और पारंपरिक झांकियों के आयोजन से क्षेत्र में उत्साह का माहौल रहेगा.
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