प्रमोद कुमार/न्यूज11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन सोमवार की संध्या को व्रतियों ने अस्त होते सूर्यदेव को पूरे विधि-विधान और श्रद्धा के साथ अर्घ्य अर्पित किया. जैसे ही सूर्यदेव पश्चिम दिशा में ढलने लगे, वैसे ही आदर्श नगर छठ घाट, मेंन रोड छठ घाट, देवरी नदी घाट, मंगरा, सरईडीह, केचकी, मोरवाई, मंडल और छिपादोहर सहित पूरे प्रखंड के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.
महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सूप-दौरा, फल-फूल और ठेकुआ सहित पूजा सामग्री लेकर घाटों पर पहुंचीं और सूर्यदेव की आराधना की. घाटों पर भक्तिमय माहौल देखने को मिला. सूर्यास्त के समय घाटों पर गूंजते छठ गीतों और ‘जय छठी मइया’ के जयघोष से पूरा वातावरण आस्था से भर गया. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक इस पावन क्षण के साक्षी बने.
प्रशासनिक स्तर पर भी पूरी व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रही. बरवाडीह प्रखंड प्रशासन की ओर से घाटों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी. दंडाधिकारी और पुलिस जवान लगातार गश्त कर व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे. साथ ही घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी.
इस दौरान पश्चिमी क्षेत्र की जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर ने भी स्वयं व्रत रखकर अस्त होते सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया और क्षेत्रवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की. उन्होंने कहा कि “छठ पर्व लोक आस्था और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है, जो समाज में शुद्धता और अनुशासन का संदेश देता है.”
वहीं, मनिका विधायक रामचंद्र सिंह भी आदर्श नगर छठ नदी घाट पहुंचे. उन्होंने श्रद्धालुओं से मुलाकात कर छठ व्रतियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह पर्व जन-जन की आस्था से जुड़ा है, जो सामाजिक एकता और स्वच्छता का अद्भुत संदेश देता है.
मंगलवार की प्रातःकालीन बेला में उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का विधिवत समापन होगा. घाटों पर मंगलवार की सुबह एक बार फिर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है.
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