न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: कांग्रेस विधायक दल के उपनेता राजेश कच्छप ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद झारखंड लौटते ही स्पष्ट किया कि उनकी नाराजगी पार्टी के किसी मंत्री से नहीं है, बल्कि उस कार्यप्रणाली से है जिसे कुछ मंत्रियों ने अपना लिया है. न्यूज़ 11 भारत से खास बातचीत में कच्छप ने कहा कि मेरा गुस्सा किसी व्यक्ति विशेष से नहीं, बल्कि उस सिस्टम से है, जो कार्यकर्ताओं और विधायकों के बीच दूरी पैदा कर रहा है. अगर समय रहते यह दूरी नहीं पाटी गई, तो आगे चलकर यह खाई बन सकती है, जिसे भरना पार्टी के लिए मुश्किल होगा.
उन्होंने बताया कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने साफ शब्दों में कहा है कि सरकार में मंत्री बाद में आते हैं. संगठन, कार्यकर्ता और विधायक पहले हैं. यही पार्टी की प्राथमिकता होनी चाहिए. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की कार्यशैली पर विश्वास जताते हुए कच्छप ने कहा कि वे अच्छा काम कर रहे हैं और उन्हें थोड़ा और समय मिलना चाहिए ताकि वे संगठन को और मजबूत बना सकें. नेता विधायक दल को लेकर उनके नाम की चर्चा पर उन्होंने संयमित प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे पूरी निष्ठा से निभाने का प्रयास रहेगा."
मंत्रियों के कामकाज को लेकर उन्होंने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, "मौका मिला है, चाहे तो एक दिन में भी बड़ी लकीर खींच सकते हैं. लेकिन अगर इच्छाशक्ति नहीं है, तो साल भर भी कम पड़ जाएगा." राजेश कच्छप के इस बयान को संगठन और सरकार के बीच सामंजस्य पर एक स्पष्ट संदेश के रूप में देखा जा रहा है.