न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: धरती अपनी धुरी पर लगातार घूमती है और यही घूर्णन 24 घंटे के दिन की नींव रखता है लेकिन अब वैज्ञानिकों ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया हैं. आने वाले दिनों में धरती की रफ्तार और तेज हो सकती है, जिसके चलते दिन 24 घंटे से भी कम के रह जाएंगे.
वैज्ञानिकों के अनुसार, 22 जुलाई और 5 अगस्त को धरती इतनी तेज घूमेगी कि इन दिनों की अवधि सामान्य से कम होगी. हालांकि यह फर्क केवल कुछ मिलीसेकेंड का होगा—लगभग 1.3 से 1.5 मिलीसेकेंड—जो इंसानी अनुभव से परे है, लेकिन हाई-प्रिसिजन वैज्ञानिक उपकरणों की मदद से इसे मापा जा सकता हैं. धरती के घूमने की रफ्तार स्थिर नहीं होती. इसमें समय-समय पर बदलाव आता रहता हैं. यह बदलाव सूर्य और चंद्रमा की स्थिति, पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन और ग्रह के भीतर द्रव्यमान के संतुलन जैसी कई वजहों से होता हैं.
शोधकर्ताओं का कहना है कि यह कोई नई बात नहीं हैं. करीब 1 से 2 अरब साल पहले, जब चंद्रमा पृथ्वी के अधिक करीब था, तब एक दिन केवल 19 घंटे का हुआ करता था. हालांकि इस बार धरती की स्पीड में आई यह मामूली तेजी आम लोगों की दिनचर्या पर कोई असर नहीं डालेगी. न तो सूरज जल्दी उगेगा, न ही रात जल्द खत्म होगी. लेकिन वैज्ञानिक और शोधकर्ता इस बदलाव को लेकर गंभीर है क्योंकि यह पृथ्वी की लंबी अवधि की गतिविधियों और जलवायु के अध्ययन में अहम भूमिका निभा सकता हैं.
भले ही कुछ मिलीसेकेंड का फर्क हमारे रोजमर्रा के जीवन को न बदले, लेकिन यह संकेत है कि पृथ्वी के व्यवहार में समय के साथ परिवर्तन आ रहे हैं. ऐसे में आने वाले वर्षों में पृथ्वी की गति और उसके प्रभावों को लेकर निगरानी और रिसर्च का सिलसिला और भी तेज हो सकता हैं.