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रांची/डेस्क: अगर आप भी रात के सन्नाटे में बार-बार प्यास के चलते नींद से जागते है और पानी की तलाश में उठते हैं, तो सावधान हो जाइए.यह आदत जितनी सामान्य लगती है, उतनी ही खतरनाक बीमारी की शुरुआत भी हो सकती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार ऐसा होना किसी अंदरूनी मेडिकल प्रॉब्लम की चेतावनी हो सकती हैं. जयपुर के नारायणा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉ. प्रवीण गुप्ता बताते है कि मेडिकल भाषा में इसे ‘नॉक्टूरिया’ (रात में बार-बार पेशाब आना) या ‘पॉलिडिप्सिया’ (अत्यधिक प्यास लगना) कहा जाता हैं. यह डिहाइड्रेशन, डायबिटीज, किडनी या हार्मोनल गड़बड़ी से जुड़ा हो सकता हैं.
जानिए कौन-सी बीमारियों से जुड़ी है रात की ये प्यास:
डायबिटीज मेलिटस (Type 2 Diabetes)
रात में प्यास और वाशरूम का सिलसिला अगर बार-बार हो रहा है तो यह डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं. शरीर जब ब्लड शुगर को यूरिन के जरिए बाहर निकालने की कोशिश करता है, तब बार-बार टॉयलेट आता है और डिहाइड्रेशन की वजह से प्यास बढ़ जाती हैं.
डायबिटीज इन्सिपिडस (Diabetes Insipidus)
यह एक रेयर लेकिन गंभीर बीमारी है, जिसमें शरीर का वॉटर बैलेंस बिगड़ जाता हैं. यह समस्या तब होती है जब शरीर में एंटी-डाइयूरेटिक हार्मोन (ADH) की कमी हो जाती हैं. इसका असर किडनी पर होता है और व्यक्ति को दिन-रात प्यास और पेशाब की समस्या सताती हैं.
किडनी की बीमारी
क्रोनिक किडनी डिजीज में शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बिगड़ जाता हैं. इसका नतीजा होता है रात भर बेचैनी, प्यास और बार-बार वाशरूम जाना. अगर ऐसी स्थिति बनी रहती है तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और किडनी की जांच कराएं.
स्लीप एपनिया
अगर आप खर्राटे लेते हैं और बीच-बीच में सांस रुक जाती है, तो ये स्लीप एपनिया का संकेत हो सकता हैं. इस बीमारी में मुंह सूखने लगता है और बार-बार पानी पीने की जरूरत महसूस होती हैं. यह स्थिति नींद को लगातार तोड़ती है और दिनभर की थकान को बढ़ा सकती हैं.
क्या करें अगर ये लक्षण दिखें?
- रात में पानी की प्यास अगर आदत से ज्यादा बन चुकी है तो इसे नजरअंदाज न करें.
- पानी की बोतल सिरहाने रखने के बजाय समस्या की जड़ तक पहुंचें.
- समय रहते ब्लड शुगर, किडनी फंक्शन और हार्मोनल जांच कराएं.
- डॉक्टर से मिलें और आवश्यक जांच कराएं.