न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: होली का त्योहार रंगों से भरा होता है लेकिन क्या आप जानते है कि केमिकल रंग आपकी स्किन और पर्यावरण दोनों के लिए हानिकारक हो सकते हैं? इस होली अगर आप चाहते है कि आपका जश्न बिना किसी चिंता के हो तो केमिकल फ्री हर्बल रंगों का इस्तेमाल करना सबसे बेहतरीन विकल्प हो सकता हैं. न सिर्फ ये रंग आपकी स्किन के लिए सुरक्षित है बल्कि ये पर्यावरण के लिए बेहद अच्छे होते हैं. इस बार होली को और भी खास बनाएं और घर पर ही तैयार करें नेचुरल रंग.
घर पर बनाएं इन हर्बल रंगों को:
पीला रंग (गेंदे के फूल से)
गेंदे के फूलों से पीला रंग बनाना बेहद आसान हैं. बस कुछ गेंदे के फूलों को पानी में डालें. उसमें हल्दी पाउडर मिलाएं और उबालें. फूलों का रंग पानी में अच्छे से घुलने के बाद इसे ठंडा करके इस्तेमाल करें. यह रंग पूरी तरह से प्राकृतिक और सेफ हैं.
नीला रंग (अपराजिता के फूल से)
अपराजिता के फूलों से नीला रंग बनाने के लिए पहले फूलों को धूप में सुखाकर पाउडर बना लें. फिर इसे पानी में घोलकर स्किन पर लगाएं. यह रंग न सिर्फ सुंदर है बल्कि स्किन को ठंडक भी देता हैं.
गुलाबी रंग (गुलाब के फूल से)
गुलाब के फूलों से गुलाबी रंग बनाने के लिए पहले इन्हें पानी में उबालें. जब पानी गुलाबी हो जाए तो उसमें थोड़ा अरारोट मिलाकर सूखा दें. यह गुलाब न सिर्फ मुलायम होता है बल्कि पूरी तरह से केमिकल मुक्त और स्किन फ्रेंडली हैं.
केसरिया रंग (पलाश के फूल से)
पलाश के सूखे फूलों से केसरिया रंग तैयार करना बेहद आसान हैं. 100 ग्राम पलाश के फूलों को रातभर पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उबालकर ठंडा कर लें. फिर इसे छानकर केसरिया रंग तैयार करें और होली खेलें.
लाल रंग (बुरांस और गुड़हल के फूल से)
लाल रंग के लिए बुरांस और गुड़हल के फूलों का उपयोग करें. इन फूलों को सूखाकर पाउडर बना लें और इसे गुलाल की तरह उपयोग करें. पानी में मिलाकर भी यह रंग तैयार किया जा सकता हैं. यह रंग स्किन के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं.