राजेश कुमार विश्वकर्मा/न्यूज़11 भारत
बिहार/डेस्क: नालंदा जिले के पावापुरी थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ से टूटे एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने सामूहिक रूप से ज़हर खा लिया. इस हृदयविदारक घटना में दो नाबालिग बच्चियों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है.
घटना पावापुरी थाना अंतर्गत पावा गांव की है. पीड़ित परिवार मूल रूप से शेखपुरा जिला के पूरनकामा गांव का रहने वाला है. परिवार के मुखिया धर्मेंद्र कुमार (40), उनकी पत्नी सोनी कुमारी (38), बेटा शिवम कुमार (15), और बेटियां दीपा कुमारी (16) व अरिका कुमारी (14) ने ज़हर खा लिया. गंभीर हालत में सभी को विम्स अस्पताल, पावापुरी में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है.
जानकारी के मुताबिक, धर्मेंद्र कुमार पिछले छह महीनों से पावापुरी में जल मंदिर के सामने एक किराए के मकान में रहकर कपड़े की दुकान चला रहे थे. लेकिन व्यापार में लगातार घाटा और लगभग पांच लाख रुपये के कर्ज ने पूरे परिवार को मानसिक तनाव में डाल दिया. इसी आर्थिक दबाव के चलते यह खौफनाक कदम उठाने की आशंका जताई जा रही है. घटना की सूचना मिलते ही राजगीर डीएसपी सुनील कुमार, इंस्पेक्टर मनीष भारद्वाज और पावापुरी ओपी प्रभारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी. पुलिस ने अभी तक घटना की आधिकारिक वजह की पुष्टि नहीं की है, लेकिन शुरुआती जांच में आत्महत्या की कोशिश का संकेत मिला है.
धर्मेंद्र कुमार का छोटा बेटा इस त्रासदी से सुरक्षित है क्योंकि उसने ज़हर नहीं खाया था. वह फिलहाल पुलिस की देखरेख में है. चिकित्सकों के अनुसार, पीड़ितों की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और उन्हें बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. स्थानीय पुलिस के अनुसार, पांचों ने संभवतः सल्फास खाया था. फिलहाल दो बच्चियों की मौत की खबर सामने आई है, लेकिन प्रशासनिक पुष्टि का इंतजार है. यह घटना समाज के सामने यह बड़ा सवाल खड़ा करती है कि आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव जैसे मुद्दों पर समय रहते क्यों नहीं ध्यान दिया जाता. पुलिस और प्रशासन इस मामले की गहन जांच कर रही है.