अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
सोनाहातू/डेस्क: ऑनलाइन गेम की लत किस हद तक नुकसान पहुंचा सकती है, इसका ताजा उदाहरण सोनाहातू थाना क्षेत्र में सामने आया है. फाइनेंस कंपनी में रिकवरी कर्मी के रूप में कार्यरत मांडर निवासी सुहैल अंसारी ने एक नहीं बल्कि दो बार थाना में लूट की झूठी प्राथमिकी दर्ज कराई.
पहली प्राथमिकी 12 जून 2025 को दर्ज कराई गई, जिसमें सुहैल ने 62 हजार रुपये लूटे जाने का दावा किया. इसके एक माह बाद, 12 जुलाई 2025 को उसने फिर से 65,213 रुपये की लूट की एफआईआर थाना में दर्ज करा दी.
दो बार एक ही व्यक्ति द्वारा लूट की रिपोर्ट दर्ज कराना पुलिस को संदेहास्पद लगा. इसके बाद ग्रामीण एसपी रांची और एसएसपी रांची के निर्देशन में डीएसपी बुंडू ओम प्रकाश के नेतृत्व में थाना प्रभारी चंदन कुमार व एसआई राकेश कुमार ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर गहन जांच शुरू की.
पूछताछ में सुहैल अंसारी ने सच स्वीकार करते हुए बताया कि उसे ऑनलाइन गेम खेलने की लत लग चुकी है. पहले वह गेम में एक लाख रुपये जीत चुका था, लेकिन धीरे-धीरे सारा पैसा हार गया. रिकवरी के 62 हजार रुपये भी उसने गेम में गंवा दिए. इसके बाद दूसरी बार जो पैसा उसने लूट की झूठी प्राथमिकी के जरिए छिपाया, उसे पहले पत्नी के बैंक खाते में जमा कराया और बाद में वह रकम भी ऑनलाइन गेम में हार गया.
शुक्रवार को ग्रामीण एसपी कार्यालय, रांची में प्रेस वार्ता कर इस मामले का खुलासा किया गया. अब सुहैल अंसारी के खिलाफ झूठी सूचना देकर पुलिस को गुमराह करने का मामला दर्ज किया गया है.
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